ये बारिश मुझे पास बुलाती है, तेरी याद दिलाती है
ठंडी हवा छू के निकल जाती है, तेरी याद दिलाती है
अक्सर मुझे वो भी दिन याद आता है,
जब तुमने यूँही चलते चलते, मेरा हाथ थाम लिया था
और बारिश की कुछ बूंदों ने भी, तुम्हारा साथ दिया था
पर वो मौसम भी रुका नहीं, तुम्हारी ही तरह
ये सावन भी चला जाएगा, फिर लौट के आने को
मैं यहां बैठा, राह देखता रह जाऊँगा
तेरे और इस बारिश के लौट के आने की
ये बारिश मुझे पास बुलाती है
तेरी याद दिलाती है

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